

महाराष्ट्रमे,कुशल,अकुशल,असंघटित कामगार, परेशान,सरकार घूमरही है लेने,तुरे हार.”। महाराष्ट्र राज्य पहले से औद्योगिककंरण मे प्रगत रहा है!लेकीन वर्तमान सरकार मे कुशल,अकुशल,असंघटित कामगार,परेशान ही नही,आत्महत्या करने के कगारपे है! सरकार रोजगार के प्रती आग्रही नही,बस धार्मिक ,कट्टरता फैलाने तथा फालतु मुद्दे खुरेदनेमे लगी है! जनता,को बरगलाने के सिवा कुछ कार्य होते दिख नही रहा है!अच्छी पढाई करणे के बावजूद रोजगार नही, औद्योगिक क्षेत्रमे कामगार का खून चुसा जा रहा है,सरकार का प्रतिष्ठान पर कोई नियंत्रण नही, आज राज्य मे रोजगार नही, बेंक लोन नही दे रही,प्रायव्हेट साहुकारसे भी जादा,फायनान्स कंपनी बँक लुट रही है,सुशिक्षित बेरोजगार जाये तो जाये कहां!सरकारी निती की वजहसे अभियांत्रिकी, उच्ची शिक्षा प्राप्त उमेदवार शैक्षणिक अहर्ता के अनुरुप काम न मिलनेके कारण वे अपना परिवार चलाने जो बन पडे वे काम कर जीवनयापन कर रहे है!आज समय गुजरते वे उमेदवार उमरकी पचासी पार करचुके है!यह सरकार की गलत निती का परिणाम ही है!सरकार ईन उमेदवारोके लीये कुछ करे,ताकी समाज मे संतुलन बना रहै!वरना आनेवाले समय मे हमारे कीसान भाईयो के बाद ईन उमेदवारोंके आत्महत्या न बढजाये,!